ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने हाय उसने
मचा दिया शोर शोर शोर
ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने हाय उसने
मचा दिया शोर शोर शोर
मैंने समझा था के चल जाएगा ज़ोर
मैंने समझा था के होंगे बातें और
और फिर जैसे ही ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने
हाय उसने मचा दिया शोर
ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने हाय उसने
मचा दिया शोर
रूप की ठंडी छाँव में अरमानो के गाँव में
लगा हुआ था मेला रे राही मिला अकेला रे
मारी आंख मारी आंख गया भाग
ना उसने की तस तस ना मैंने की बस बस
ना उसने की तस तस ना मैंने की बस बस
और फिर जैसे ही ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने
हाय उसने मचा दिया शोर
ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने हाय उसने
मचा दिया शोर
चलते चलते राह में कुछ पाने की चाह में
मैं उसको रोका था आगे बढ़ते टोका था
फेंका दाव फेंका दो बोलै दो
ना उसने की तस तस न मैंने की बस बस
ना उसने की तस तस न मैंने की बस बस
और फिर जैसे ही ज़रा सा उसको छुआ तोह
हाय उसने मचा दिया शोर
ज़रा सा उसको छुआ तोह उसने हाय उसने
मचा दिया शोर
कोई छैला मोड़ पे हाथ दोनों जोड़ के
बोलै रात की रानी मान ले मुझको जानी
दिया फूल दिया फूल गयी भूल
ना उसने की तस तस ना मैंने की बस बस
ना उसने की तस तस ना मैंने की बस बस
और फिर जैसे ही ज़रा सा उसने छुआ तोह
मैंने हां मैंने मचा दिया शोर
ज़रा सा उसने छुआ तोह मैंने हां मैंने
मचा दिया शोर.