पूरा हक़ है तेरा मुझपे,
तू खूब हक जताया कर….
मैं ना पुछू तुझसे,
फिर भी तू सब बताया कर
परछाई बनकर जिन्दगी भर
तेरे_साथ चलने का इरादा है ..
तोड़कर दुनिया की सारी रस्में और कसमें
तेरे साथ जीने का वादा है ..!!!
गये_थेउनकें हुस्न_को बेनकाब करने..
खुद उनकें इश्क का नकाब पहनकर आ गये..
तेरा सराफा एेसा_है हमदम..
जैसें चमकें धूप_में शबनम..
जब_से हम हैं तुमसें_मिले
कसम हम_रहे नहीं हम..
जुल्फें खुली रखती_हैं वों..
दिल बांधने_के लियें..
रात_भर करता_रहा
तेरी तारीफ चाँद से..
चाँद इतना जलाके
सुबह तक सूरज हो_गया..
हमनें_तो अपनी गलती
सरे आम बता दी..
एकगुलाब को
एक गुलाब देनें की खता की..!!
जन्नत की तलाश तो उन्हे होती है
जिन्हे जन्नत की परवाह होती है,
मेरी जन्नत तो तुमसे शुरू
और तुम्ही पर खत्म होती है
सो जाऊ या तेरी याद में खो जाऊ,
ये फैसला भी नहीं होता और सुबह हो जाती है !!
तू हजार बार रूठेगा हजार बार मना लूंगी,
बस शर्त ये है हमारे प्यार में शमिल कोई तीसरा ना हो!!